इस हफ्ते आप बजट की कवरेज पढ़ते-देखते थक गए होंगे. देखिए इकोनॉमीकम और अंशुमान तिवारी से समझिए इकोनॉमी और इनकम से जुड़ी वो खास बातें.
रेलवे 100 रुपये कमाने के लिए करीब 99 रुपये खर्च करती है. यही रेलवे का ऑपरेटिंग रेश्यो है.
यह हिसाब-किताब कैसे लगाया जाए कि बड़े-बड़े दावों और भारी आवंटनों से लदा बजट हमारी जिंदगी कितनी बदलेगा? जानिए मनी9 के इस वीडियो में-
अन-ब्लेंडेड फ्यूल पर अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी लगाने की घोषणा से फ्यूल कीमतों में बढ़ोतरी और उस पर अतिरिक्त बोझ को सहन करने वाले पर बहस शुरू हो गई हैण
वित्त मंत्री ने ऐलान किया है कि विदेशी सब्सिडियरी से मिलने वाले लाभांश पर टैक्स के लिए रियायती दर को खत्म कर दिया गया है.
सरकार कोरोना को लेकर निश्चिंत सी लग रही है. शायद यही वजह है कि वित्त मंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए इस बार बजट में कोई ज्यादा राशि नहीं बढ़ाई
अमेरिकी बाजारों में मजबूती की हैट्रिक लगने से भारतीय बाजारों में भी बजट के बाद की रैली आज भी जारी रही.
टैक्स में तो कोई छूट मिली नहीं. दरअसल पूरा फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर पर है. लेकिन, सरकार इसके जरिए नौकरियों और ग्रोथ पर निशाना साध रही है.
बजट में देश के सभी डेढ़ लाख पोस्ट ऑफिस को कोर बैंकिंग सिस्टम से जोड़ने की घोषणा की गई है.
अभी तक ऊंचे स्लैब वाले करदाताओं को प्रॉपर्टी, कलाकृति सहित विभिन्न एसेट पर होने वाले लंबी अवधि के लाभ पर 35 फीसद तक का सरचार्ज देना होता था.