अगर आपने fixed deposit कराई है तो कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखें नहीं तो बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
अगर आप एक ही Mutual fund में पैसा लगाकर कई तरह के एसेट में निवेश का फायदा उठाना चाहते हैं तो इसके लिए भी रास्ता मौजूद है. कैसे, जानिए इस वीडियो में.
बाजार में पैसा लगाने वाले ज्यादातर लोग फ्यूचर्स मार्केट को लेकर उलझन में रहते हैं. ये सवाल भी आता है कि आखिर स्पॉट मार्केट और फ्यूचर मार्केट में क्या
ब्याज दरों में गिरावट का सिलसिला अब थम गया है. एसबीआई और एचडीएफसी जैसे देश के बड़े Banks ने जमा पर ब्याज बढ़ा दिया है.
हर Mutual fund में कई तरह के खर्च यानी लागत होती है जिसे निवेशक से ही वसूला जाता है. उदाहरण के लिए मैनेजमेंट चार्ज, एंट्री लोड, एक्जिट लोड.
चुनावी वादे पूरा करने में कैसे जनता की जेब कटती है? आज के मनी सेंट्रल में इस विषय पर अंशुमान तिवारी और शुभम शंखधर के बीच चर्चा हुई.
क्लाइमेट चेंज के खतरों से जूझती दुनिया अब क्लीन एनर्जी में सहारा ढूंढ रही है. इलेक्ट्रिक गाड़ियों का दौर दस्तक दे रहा है.
जब आप किसी Mutual fund में निवेश करते हैं, तो वह Mutual fund हाउस आपका पैसा सीधे शेयरों या डेट सिक्योरिटीज में लगाता है लेकिन जब आप Fund of funds में
कैश मार्केट और डेरिवेटिव्स यानी फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए कुछ सिक्योरिटीज पर बैन लगाया जाता है. इसका क्या है गणित?
खाद्य तेल को लेकर क्यों एक्टिव हुई सरकार, सोने की कीमतों में आया आज कितना उछाल, टाटा मोटर्स लेकर आई कौन सी नई कार.... जानने के लिए देखिए मनी टाइम...