फिक्स्ड डिपॉजिट की खोई हुई चमक वापस लौट रही है. ब्याज दरों में upcycle यानी वृद्धि का चक्र शुरू हो गया है.
बढ़ती महंगाई में लोगों के पसीने छूट रहे हैं. लोन की EMI बढ़ रही है. अंदेशा ये भी है कि ब्याज बढ़ने की तो अभी शुरुआत हुई है.
ज्यादातर लोग इसी सोच के साथ रिटायरमेंट प्लानिंग में हीलाहवाली करते रहते हैं. लेकिन, सुकून से रिटायरमेंट बिताना चाहते हैं तो प्लानिंग में देरी न करें
चैन की सांस में आज वेतनभोगी कर्मचारी के लिए निवेश के विकल्प पर हो रही है बात. जानिए आनंदराठी के डिप्टी CEO फिरोज अजीज से
जो बच्चे शारीरिक या मानसिक रूप से कमजोर होते हैं उन्हें भविष्य की आर्थिक सुरक्षा के लिए ज्यादा पैसों की जरूरत होती है.
छुट्टियों का सीजन है तो समर वैकेशन पर जाने का भला किसका मन नहीं करता. कोरोना महामारी का कहर थमने के बाद अब लोग घरों से निकल रहें हैं.
भविष्य की आर्थिक सुरक्षा के लिए जीवन बीमा खरीदना जरूरी है. लेकिन बड़ी संख्या में लोग इसे नजरअंदाज करते हैं . देश में केवल 4.2 फीसद लोगों पर बीमा है.
कंपनियां अब बिना नियामक की पूर्व मंजूरी के स्वास्थ्य एवं जनरल बीमा उत्पाद पेश कर सकेंगी. इस पहले से क्या ग्राहकों को फायदा होगा
अगर आप भी होम लोन लेने की तैयारी कर रहें हैं तो पहले से ये मत सोच लीजिए कि बैंक की हर बात को आपको मानना जरुरी है.
बीमा न बचत है न निवेश बल्कि मुसीबत का सामना करवाने वाला सुरक्षा कवच है. कई लोग इंश्योरेंस को खर्चा मानते हैं, है भी खर्चा लेकिन बेहद जरूरी खर्चा.