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सोने में निवेश के लिए बाजार में गोल्ड बांड, म्यूचुअल फंड और ईटीएफ जैसे आकर्षक विकल्प हैं. इसके लिए ज्वेलरी खरीदना घाटे का सौदा है. जानिए क्यों
RBI ने Sovereign Gold Bond के निवेशकों को प्री मैच्योरिटी विड्रॉल का विकल्प दिया है. पांच साल में निवेशकों को कितनी हुई कमाई, जानें इस वीडियो में
जो लोग बार-बार जॉब बदलते हैं और बैंक में पुराने सैलरी अकाउंट को बंद नहीं कराते उनके लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है.
म्यूचुअल फंड्स में लोग जमकर पैसा लगा रहे हैं, बैंक भी इसका फायदा उठाना चाहते हैं. आम लोगों को बैंक से प्लान खरीदने में आसानी तो है.
कई लोग एक कंपनी में एक ही पोस्ट पर काम कर रहे होते हैं. सैलरी पैकेज भी एक समान होता है. मगर, इनहैंड सैलरी में अंतर होता है. जिस वजह से कुछ लोग टैक्स
कई लोगों को नई नौकरी की खुशी होती है लेकिन वे अपनी सैलरी स्लिप को लेकर जागरूक नहीं होते हैं. लोग अकाउंट में क्रेडिट होने वाली सैलरी को ही अपनी कुल
मल्टीकैप फंड किस तरह के निवेशकों के लिए होते हैं फायदेमंद. क्या शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौर में इसका कोई फायदा मिलता है.
इमरजेंसी फंड नहीं बनाया तो कहीं आपको पैसों के लिए हाथ न फैलाना पड़े? कर्ज उतारने के लिए और कर्ज न लेना पड़े इसलिए ख्याल रहे कि इमरजेंसी फंड बनाने में
फाइनेंशियल इमरजेंसी कभी बताकर नहीं आती. अनचाही और अनदेखी परिस्थितियों में अगर आपकी सैलरी रुक जाए या कम हो जाए तो आपका खर्चा कैसे चलेगा?
कमाना सबको आता है लेकिन खर्च करना? जानिए कैसे करें स्मार्ट खर्च? पैसे को कैसे करें खर्च और कैसे बचाएं, ये जानने के लिए देखिए खर्च बहादुर.