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लंबे समय तक भारत में स्वास्थ्य बीमा पॉलिसीज, मानसिक बीमारियों को कवर नहीं करती थीं. लेकिन किस्मत से, अब हम इस चलन में बदलाव देख रहे हैं.
बहुत से लोग बीमा पॉलिसी खरीदते समय कई ऐसी गलतियां कर देते हैं, जिनके कारण उनके क्लेम रिजेक्ट हो जाते हैं और वे चाहते हुए भी अपने परिवार की मदद नहीं कर
लोगों को लगता है कि उनके ऊपर तो कोई जिम्मेदारियां ही नहीं हैं, तो इंश्योरेंस लोने का क्या फायदा? अगर आप पर अभी दायित्व नहीं है तो इसका मतलब यह तो नही
बीमा कॉन्ट्रैक्ट में कई सारे महत्वपूर्ण नियम व शर्तें लिखी होती हैं. अगर आप इसे बिना पढ़े ही साइन कर देते हैं, तो मुसीबत में फंस सकते हैं.
बीमा खरीदना तो जरूरी है लेकिन साथ ही बीमा पॉलिसीज से जुड़ी हर जानकारी का रिकॉर्ड रखना भी बेहद जरुरी है.
इस वीडियो में समझिए 1 करोड़ के बीमा का आखिर चक्कर क्या है? देखिए यह वीडियो-
7 फरवरी से लेकर 25 मार्च तक LIC लैप्स हो चुकी बीमा पॉलिसी को फिर से सक्रिय करने का मौक दे रही है.
बीमा खरीदना तो जरूरी है लेकिन साथ ही बीमा पॉलिसीज से जुड़ी हर जानकारी का रिकॉर्ड रखना भी बेहद जरुरी है. क्या आपने रखा हुआ है अपने सारे बीमा का