Home >
देश में ऑटो बीमा का दायरा बढ़ाने के लिए बीमा नियामक इरडा ने कंपनियों को कई मोर्चों पर राहत दी. ग्राहकों को लुभाने के लिए कंपनियां नए-नए उत्पाद जारी कर
एक साल का कार इंश्योरेंस लेना सही है या फिर तीन साल का? किन पैमाने पर तौलकर खरीदें कार इंश्योरेंस? कार इंश्योरेंस से जुड़े इन सवालों के जवाब जानें.
जब आप एक्टिव वर्क लाइफ से रिटायर होंगे तो कहीं चैन की सांस वाली चाय की चुस्की भारी न पड़ जाए?
क्या आपके पास भी इंश्योरेंस नहीं है? क्या आप भी बीमा खरीदने को टाल रहे हैं? अगर आप भी ऐसे लोगों में हैं, जिनके पास कोई बीमा नहीं है...
पता चला कि आपने पैसे बचाए बच्चों की पढ़ाई के लिए या अपने रिटारयमेंट के लिए और इस बचत से हाथ धोना पड़ा क्योंकि हेल्थ का इमरजेंसी खर्चा सिर पर आ गया.
अगर एक बार में हेल्थ बीमा का एकमुश्त प्रीमियम आप नहीं चुका सकते, तो इसे मंथली EMI में तोड़कर अदा कर सकते हैं.
बीमा कंपनी की शिकायत के इमोशनल फेसबुक पोस्ट और एंग्री ट्वीट आप भी देखते होंगे. लेकिन सोशल मीडिया में लिखने भर से सामाधान नहीं मिलता.
इंश्योरेंस सेंट्रल में इस बार मुकाबला होगा दो एन्युटी प्लान्स में. एन्युटी प्लान मतलब वो निवेश जसमें आपको मिलती है पेंशन.
पहली नौकरी की पहली सैलरी जब हाथ में आती है तो ऐसा लगता है कि अपने फैसले खुद लेने का अधिकार मिल गया है. लेकिन केवल हाथ में पैसे आना ही काफी नहीं है.
हेल्थ बीमा के प्रीमियम पर टैक्स की बचत होती है लेकिन ध्यान रहे इस छूट को पाने के लिए कई शर्तों का पालन करना पड़ता है.