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मेडिक्लेम के लिए शर्त में होगा क्या बदलाव? ITR फॉर्म में देनी होगी अब कौन सी जानकारी? टैक्सपेयर्स को मिलेगी क्या सुविधा? मनरेगा, सब्सिडी पर ऊंचे खर्च से क्या होगा नुकसान? EV की बिक्री बढ़ाने के लिए क्या करेगी सरकार? जानने के लिए देखें MoneyMorning का लेटेस्ट एपिसोड.
जीवन बीमा पॉलिसी को सरेंडर करने को लेकर क्या है Irdai का प्रस्ताव, कैसे तय होती है सरेंडर वैल्यू, नई नियमों से कैसे और कितना होगा फायदा? देखिए इस वीडियो में-
क्यों मोटर इंश्योरेंस रिन्यू कराना है जरूरी? क्लेम न करने पर प्रीमियम पर कैसा पड़ेगा असर? अगर पसंद नहीं आ रहा है मोटर इंश्योरेंस तो क्या करें? चालान और खराब ड्राइविंग से क्या महंगा होगा प्रीमियम?
क्यों मोटर इंश्योरेंस रिन्यू कराना है जरूरी? क्लेम न करने पर प्रीमियम पर कैसा पड़ेगा असर? अगर पसंद नहीं आ रहा है मोटर इंश्योरेंस तो क्या करें? चालान और खराब ड्राइविंग से क्या महंगा होगा प्रीमियम? अगर आपके पास भी है मोटर इंश्योरेंस से जुड़ा कोई सवाल तो जुड़ें Hello Money9 से. ProMore Fintech की Director Nisha Sanghavi देंगी आपके हर सवाल का जवाब.
फिलहाल बीमा कंपनियां मेडिक्लेम तभी देती हैं जब मरीज अस्पताल में 24 घंटे से ज्यादा समय के लिए भर्ती होता है.
क्यों बढ़ रहे बीमा सरेंडर करने के मामले, पॉलिसी सरेंडर की क्यों आती है नौबत, कब सरेंडर करनी चाहिए जीवन बीमा पॉलिसी, बीमा पॉलिसी सरेंडर करने पर कितना नुकसान, इस नुकसान को कम करने के लिए क्या है Irdai का प्रस्ताव? जानने के लिए देखिए Money9 खास शो Insurance Central-
हेल्थ बीमा पॉलिसी को चालू रखने के लिए उसे नियमित अंतराल के बाद प्रीमियम भरकर रिन्यू कराना होता है. जब आप पॉलिसी को रिन्यू कराते हैं तब इसका रिव्यू करना बहुत जरूरी है. जानिए क्यों?
यह एक यूनिट-लिंक्ड टर्म इंश्योरेंस प्लान है, इसे T.U.L.I.P नाम दिया गया है
IRDAI ने स्वास्थ बीमा पॉलिसी लेने के लिए अधिकतम प्रवेश आयु को खत्म करने का प्रस्ताव दिया है, वर्तमान में नई बीमा पॉलिसी लेने की अधिकतम आयु सीमा 65 वर्ष है