कई लोग क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के बकाया का भुगतान तय वक्त पर नहीं कर पाते हैं. इसके चलते कई लोग भारी कर्ज तले दब जाते हैं. हालांकि, क्रेडिट कार्ड आपकी नकदी की किल्लत को जरूरत के वक्त पूरा करता है. लेकिन, इसका सही तरह से इस्तेमाल करना भी बेहद अहम है. क्रेडिट कार्ड बकाया पर आपको 40-50% सालाना तक ब्याज चुकाना पड़ता है. साथ ही इसमें आपको लेट पेमेंट फीस भी देनी पड़ती है. ऐसे में एक बार क्रेडिट कार्ड का बकाया बढ़ने पर हर कोई इसे मैनेज नहीं कर पाता है. ऐसे में एक ये सवाल भी पैदा होता है कि अगर आप क्रेडिट कार्ड के कर्ज में दब गए हैं तो क्या आपको इससे निजात पाने के लिए लोन लेना चाहिए.
क्या लोन लेना चाहिए?
विशफिन के फाउंडर और पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट ऋषि मेहरा का मानना है कि अगर कोई शख्स अपने क्रेडिट कार्ड बकाया का भुगतान करने में नाकाम रहता है तो उसे कम ब्याज दर वाला एक लोन लेना चाहिए और क्रेडिट कार्ड के बकाया को तुरंत चुका देना चाहिए.
गुजरात के कॉलर हसमुख जोशीपुरा के क्रेडिट कार्ड बकाया और पर्सनल लोन पर मनी9 हेल्पलाइन में पूछे गए सवाल पर मेहरा ने सुझाव दिया कि उन्हें तत्काल अपने क्रेडिट कार्ड के बकाया चुकाने चाहिए.
क्रेडिट कार्ड पर सालाना 40-50% ब्याज लगता है और अगर इसका बिल न चुकाया जाए तो इससे आपके ऊपर कर्ज बढ़ता जाता है.
जोशीपुरा के पास IDFC ELSS फंड और LIC के एंडोवमेंट प्लान हैं, ऐसे में मेहरा ने उन्हें सलाह दी है कि वे ये देखें कि किया IDFC ELSS फंड या किसी बैंक में उन्हें इस पर 75% लोन मिल सकता है या नहीं.
मेहरा ने कहा, “आप लोन लेकर अपने क्रेडिट कार्ड बकाया को चुका सकते हैं.”
मेहरा ने कहा है कि वे FD जैसे दूसरे निवेश को बेचकर भी क्रेडिट कार्ड के बिल को चुका सकते हैं. हालांकि, वे कहते हैं कि आपको म्यूचुअल फंड्स और ऐसे ही दूसरे कैपिटल मार्केट इनवेस्टमेंट्स को बेचने से बचना चाहिए.
क्रेडिट कार्ड डिफॉल्टर्स
किसी भी दूसरी तरह के लोन के जैसे क्रेडिट कार्ड में भी डिफॉल्टर होते हैं. अगर कोई कस्टमर क्रेडिट कार्ड बकाया का न्यूनतम अमाउंट भी चुकाने में नाकाम रहता है और ऐसा छह महीने तक लगातार होता है तो उसे डिफॉल्टर लिस्ट में डाल दिया जाता है और उसका क्रेडिट कार्ड अकाउंट को तत्काल डीएक्टिवेट कर दिया जाता है.