देश का विदेशी मुद्रा भंडार अपने 9 माह के उच्चत स्तर से नीचे फिसल गया है. 21 अप्रैल को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 2 अरब डॉलर से ज्यादा घटकर 584 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया. इससे पहले दो हफ्तों में विदेशी मुद्रा भंडार में 8 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई थी. मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार से रुपए को भी मजबूती मिली है. इस हफ्ते भारतीय मुद्रा ने 81.87 से लेकर 82.24 रुपए प्रति डॉलर की सीमा में कारोबार किया.
जेट एयरवेज को लगा एक और झटका
बंद पड़ी जेट एयरवेज के दोबारा उड़ान भरने की उम्मीद धूमिल पड़ती दिख रही है. जेट एयरवेज के सीईओ संजीव कपूर ने इस्तीफा दे दिया है. एविएशन इंडस्ट्री के अनुभवी संजीव कपूर ने 4 अप्रैल, 2022 को जेट एयरवेज में सीईओ की जिम्मेदारी संभाली थी. दुबई के मुरारी लाल जालान और ब्रिटेन के कालरॉक कैपिटल के नेतृत्व वाला कंसोर्टियम जेट एयरवेज को फिर से चालू करने का प्रयास कर रहा है. जेट एयरवेज ने 2019 में अपना परिचालन बंद किया था. तब से इसके दोबारा चालू करने के तमाम प्रयास विफल हो चुके हैं.
देश के उद्योगों में घटा उत्पादन
देश के आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन मार्च महीने में सालाना आधार पर 3.6 फीसद की दर से बढ़ा है. ये वृद्धि दर पांच महीनों में सबसे कम है. एक साल पहले मार्च 2022 में इन प्रमुख उद्योगों का उत्पादन 4.8 फीसद की दर से बढ़ा था.. फरवरी 2023 में इसकी वृद्धि दर 7.2 फीसद थी. आठ प्रमुख क्षेत्रों का उत्पादन अक्टूबर 2022 के बाद मार्च 2023 में सबसे कम रहा है.. इससे पहले, अक्टूबर में बुनियादी क्षेत्रों की वृद्धि दर सबसे कम 0.7 फीसद रही थी..
जियो फाइनेंशियल होगी लिस्ट
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अपनी डिजिटल फाइनेंशियल सर्विस यूनिट को इस साल अक्टूबर तक शेयर बाजार में लिस्ट कराने की योजना बना रही है. जियो फाइनेंशियल सर्विसेस लिमिटेड को शेयर बाजार में लिस्ट कराने के लिए कंपनी जरूरी मंजूरी लेने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है. इस प्रस्ताव पर मंजूरी लेने के लिए 2 मई को शेयरहोल्डर्स और क्रेडिटर्स की बैठक बुलाई गई है. RIL ने अगले पांच साल के दौरान अपनी रिटेल और टेलीकॉम कंपनियों को भी लिस्ट कराने की योजना बनाई है.
IPO की आने वाली है बहार
2023 की दूसरी छमाही में IPO की एक मजबूत पाइपलाइन खुलेगी. EY ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली तिमाही में करीब 15 कंपनियों ने IPO के लिए दस्तावेज जमा किए हैं. 2022 की चौथी तिमाही में 10 कंपनियों ने दस्तावेज जमा किए थे. कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली तिमाही में चार कंपनियों ने IPO से 10.7 करोड़ डॉलर की राशि जुटाई है. जो 2022 की पहली तिमाही की तुलना में 89 फीसदी कम है.
वरिष्ठ नागरिकों को नहीं मिलेगी रियायत
रेल किराये में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली रियायत फिर से चालू होने के आसार खत्म हो गए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराये में मिलने वाली रियायत को बहाल करने संबंधी याचिका को खारिज कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये एक नीतिगत मामला है. इसलिए सरकार को निर्देश देना उचित नहीं होगा. एमके बालाकृष्णन ने महामारी के दौरान बंद की गई रियायतों को बहाल करने का अनुरोध किया था.
ज्यादा खर्च करने वालों की होगी निगरानी
देश में टैक्सपेयर्स की संख्या बढ़ाने के लिए CBDT ज्यादा पैसा खर्च करने वालों पर निगरानी बढ़ाने जा रहा है. विदेश घूमने जाने वालों, महंगे कपड़े खरीदने वालों, लाइफस्टाइल पर बहुत ज्यादा खर्च करने वालों और सालभर में एक लाख रुपए से ज्यादा का बिजली बिल भरने वालों पर विशेष नजर रखी जाएगी. आयकर विभाग अलग-अलग जगहों से लोगों के खर्च के बारे में जानकारी जुटा रहा है. इसके साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का भी उपयोग कर रहा है.
सस्ते फोन की बिक्री घटी
भारत का स्मार्टफोन निर्यात जनवरी-मार्च तिमाही में 19 फीसद घटकर 3.1 करोड़ इकाई रह गया. काउंटरप्वॉइंट के मुताबिक 30 हजार रुपए से कम कीमत वाले मोबाइल फोन के निर्यात में सबसे ज्यादा गिरावट आई है. वहीं दूसरी ओर महंगे मोबाइल का निर्यात 66 फीसद तक बढ़ा है. 10 से 20,000 रुपए की श्रेणी में निर्यात 34 फीसद घटा. जबकि 10,000 रुपए से कम दाम वाले फोन का निर्यात सालाना आधार पर नौ फीसद कम हुआ है.
NPS में जुड़ेंगे नए फीचर्स
PFRDA न्यू पेंशन स्कीम को और ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए कुछ नए फीचर जोड़ने की तैयारी में है.NPS में भी अब निवेशकों को म्यूचुअल फंड्स की तरह सिस्टैमैटिक तरीके से पैसे निकालने की सुविधा मिलेगी. नई व्यवस्था के तहत NPS खाताधारक अपनी 60 फीसद रकम को NPS में ही जमा रख सकेंगे. इस निवेश पर पहले की तरह ही रिटर्न मिलता रहेगा.. ग्राहक इस खाते में से अपनी जरूरत के अनुसार मासिक, तिमाही, छमाही या फिर सालाना आधार पर सिस्टेमैटिक विड्रॉल के जरिए पेंशन का विकल्प चुन सकेंगे..
Swiggy ने यूजर्स को दिया झटका
ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी Swiggy ने हर फूड ऑर्डर पर प्लेटफॉर्म फीस वसूलना शुरू कर दिया है. कंपनी अभी केवल बेंगलुरु और हैदराबाद में प्लेटफॉर्म फीस के तौर पर 2 रुपए वसूल रही है. कंपनी ने यह कदम अपनी आमदनी बढ़ाने और बढ़ती लागत को कम करने के लिए उठाया है. फिलहाल ये फीस सिर्फ फूड ऑर्डर पर लागू है. इंस्टामार्ट से ग्रॉसरी ऑर्डर पर अभी ये फीस नहीं लगेगी. स्विगी वन के ग्राहकों को भी प्लेटफॉर्म फीस देनी होगी.
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