ग्लोबल बॉण्ड मार्केट में भारत की एंट्री के बाद दलाल स्ट्रीट पर तो कुछ रौनक दिखी लेकिन दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक में बहुत उत्साह नहीं दिखा. शायद विदेशी सस्ती पूंजी आने की खुशी तो है लेकिन इसके लिए बरता जाने वाला अनुशासन भी कठोर है. क्या है इस इलीट क्लास में भारत की एंट्री के मायने? इस खुशी में छुपी हैं कौन से डर? जानिए सबकुछ इस हफ्ते के इकोनॉमिकम में.