अधूरी या गलत जानकारी देने पर खारिज हो सकता है हेल्‍थ बीमा का क्‍लेम

स्‍पेलिंग मिस्‍टेक या जरूरी विवरण के न देने पर भी रिजेक्‍ट हो सकता है आवेदन 

मौजूदा बीमारी की जानकारी न देने के कारण भी खारिज हो सकता है आवेदन

अपनी लाइफस्‍टाम हो सकता है रिजेक्‍ट 

अपनी लाइफस्‍टायल और आदतों के बारे में छुपाने से भी क्‍लेम हो सकता है रिजेक्‍ट 

हेल्‍थ इंश्‍योरेंस पॉलिसी को समय पर रिन्‍यू न कराने से आवेदन रिजेक्‍ट हो सकता है 

वेटिंग पीरियड ज्‍यादा होने की वजह से भी आवेदन निरस्‍त हो सकता है 

किसी बीमारी के चलते अचानक अस्‍पतालों में बढ़ी भीड़ की वजह से तुरंत आवेदन स्‍वीकार नहीं होता है 

बीमा कंपनी की ओर से बताए गए शर्तों के अनुसार आवेदन न करने से भी हो सकता है रिजेक्‍ट 

दुर्घटना या कोई अन्‍य बड़ी घटना की जानकारी तुरंत बीमा कंपनी को न देना भी नुकसानदायक हो सकता है

आमतौर पर बीमा कंपनी को घटना की सूचना 24 से 48 घंटों के अंदर देनी होती है