गवाहों की उपस्थिति में हस्ताक्षर करना न भूलें
वसीयत के तहत लाभार्थी को नहीं बना सकते हैं गवाह
वसीयत को नोटरीकृत करना पर्याप्त नहीं होगा
प्रामाणिकता के लिए वसीयत का पंजीकरण कराना न भूलें
संयुक्त प्रॉपर्टी व शेयरों की अस्पष्ट जानकारी से हो सकता है कंफ्यूजन
वसीयत में हुए फेरबदल के लिए इसे अपडेट करना न भूलें
Codicil (एक कानूनी दस्तावेज) इसके जरिए वसीयत को करा सकते हैं अपडेट
वसीयत लिखते समय अधूरी जानकारी न दें, इसमें चल-अचल सभी संपत्ति का जिक्र करें
निजी जानकारी जैसे- आधार कार्ड में दर्ज आपका नाम, चुनाव पहचान पत्र आदि का जिक्र जरूरी