विश्वकर्मा योजना: गुरू शिष्य परंपरा के तहत काम सीखकर खुद का कारोबार शुरू करने वालों को मिलेगा कर्ज
किसी शिक्षण संस्थान से कोई स्किल सीखकर काम शुरू करना नहीं है जरूरी
13 हजार करोड़ रूपए की योजना से 30 लाख पारंपरिक कारीगरों को लाभ होगा
योजना के तहत प्रथम चरण में 1 लाख रुपए तक का कर्ज दिया जाएगा
लोहार, कुम्हार, राज मिस्त्री, धोबी, फूल का काम करने वाले, मूर्तिकारों आदि को मिलेगा कर्ज
योजना के तहत उपकरणों की खरीद में भी मदद की जायेगी
दो प्रकार का कौशल विकास कार्यक्रम होगा जिसमें पहला 'बेसिक' और दूसरा होगा 'एडवांस'
इस कोर्स को करने वालों को मिलेगा मानदेय