वीपीएफ और एनपीएस दोनों इक्विटी और डेट में निवेश करते हैं
पब्लिक प्रोविडेंट फंड में आपको अकाउंट एक्टिव रखने के लिए एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये निवेश करना होता है.
Smallcase: SEBI-रजिस्टर्ड प्रोफेशनल्स तैयार और मैनेज करते हैं. स्मॉलकेस के जरिए डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो खरीदने का मौका मिलता है.
इक्विटी म्यूचुअल फंड में अगस्त में 8,666.68 करोड़ रुपये का इनफ्लो रहा है. जबकि जुलाई में 22,583.52 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ था.
PPF Vs VPF: पीपीएफ (PPF) में एक वित्त वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये निवेश किये जा सकते हैं.
PPF Vs VPF: पीपीएफ (PPF) में एक वित्त वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये निवेश किये जा सकते हैं.
PPF Vs VPF: पब्लिक प्रोविडेंट फंड में आपको अकाउंट एक्टिव रखने के लिए एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये निवेश करना होता है.
VPF: वॉलेंट्री प्रोविडेंट फंड EPF खाते का ही एक्सटेंशन है. इसमें कोई भी व्यक्ति अपने EPF खाते में अपने मन मुताबिक अतिरिक्त कंट्रीब्यूशन कर सकता है
PPF Vs NPS : केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिये नेशनल पेंशन सिसटम (NPS) में सरकार के योगदान को 10 फीसदी से बढ़ाकर 14% कर दिया गया है.
Provident Fund- EPF एक अनिवार्य रिटायरमेंट सेविंग्स स्कीम है जिसे EPFO मैनेज करता है. इसे खोलने के लिए एम्प्लॉई को कहीं नहीं जाना होता.