साल 2016 में, संस्थानों को केवल चार कैटेगरी में स्थान दिया गया था जो 2019 में बढ़कर 9 हो गई, और इस साल कुल 11 कैटेगरी में रैंकिंग दी गई है.
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि कई यूनिवर्सिटीज ने GRE स्कोर की जरूरत को खत्म कर दिया है इससे छात्रों के लिए US जाकर पढ़ाई करना आसान हो गया है.