अगर वे इस तरह का कोई कारोबार करते हैं या इसमें लिप्त पाए जाते हैं तो यह नियमों का उल्लंघन है और इसके चलते सख्त कार्रवाई हो सकती है.
SEBI: सेबी के एसके मोहंती ने कहा- फ्रॉड की रिपोर्ट करने वाली कंपनियों में उछाल एक खतरनाक ट्रेंड, इसे कम किए जाने की जरूरत.
7 सितंबर को सेबी का सर्कुलर जारी होने से पहले न तो FPI और न ही भारत में उनके कस्टोडियन से कोई सलाह ली गई थी.
यह लिस्टेड कंपनियों के टेकओवर को अधिक जटिल बनाता है और निवेशकों को नियंत्रित हिस्सेदारी हासिल करने से भी रोकता है.
SEBI New Rule: 1 अक्टूबर से अपने सैलरी का 10% तक फंड हाउस की म्यूचुअल फंड यूनिट में निवेश करना होगा. अक्टूबर 2022 से 15% व 2023 में 20% तक किया जाएगा
SEBI: प्रबंधकों को यह सुनिश्चित करना होगा सात सितंबर, 2021 तक उनसे जुड़े व्यक्ति जो पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं के लिए वितरक के रूप में काम कर रहे हैं.
सेबी के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि एफपीआई के लिए यह कोई नई बात नहीं है, क्योंकि भारत में उनके सभी मौजूदा डेरिवेटिव ट्रेड प्रीफंडेड हैं.