पिछले साल की तुलना में करीब 2.2 गुना की बढ़ोतरी हुई है और सेबी की मंजूरी के साथ 11 और कंपनियां 11,600 करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाना चाहती हैं.
फ्रेश इश्यू से होने वाली कमाई का इस्तेमाल कैपिटल एक्सपेंडिचर की जरूरतों को पूरा करने में किया जाएगा.